दिल के गुबार को संभाल के रख,वरना ग़ज़ब हो जाएगा, ना गुनगुना दुखड़ा दिल का,वरना ग़ज़ल हो जाएगा। मालूम है हमें ,कि ये दौर नया है तेरे लिए, सामना कर इसका,वरना विफल रह जाएगा। तू कोशिश कर,इससे लड़ने की , तेरी कोशिश से सब कुछ, सरल हो जाएगा। ना गुनगुना दुखड़ा दिल का वरना ग़ज़ल हो जाएगा। समा हर रंग का ,ज़िन्दगी में आता जाता रहेगा, तू बस ये सोच,किस रंग में मिल के तू कहां तक जाएगा। कलम का साथ दे,तू शब्द कोई बना जाएगा, मसिपात्र में बन्द रहेगा,तो बेरंग रह जाएगा। दिल के गुबार को संभाल के रख,वरना ग़ज़ब हो जाएगा, ना गुनगुना दुखड़ा दिल का,वरना ग़ज़ल हो जाएगा। उल्फत भी होगी तुझे , नफ़रत भी होगी तुझे, नई राहों में नए सफ़र पर, मुश्किल भी होगी तुझे। तू अकेला था अकेला है, और अकेला ही रहेगा, किसी का साथ पा कर , तू भला कहां तक जाएगा। अरमानों को पंख ,पंख को उड़ान होंसले की दे, यूं मायूस घोंसले में ,तू भला कब तक रहेगा। दिल के गुबार को संभाल के रख, वरना ग़ज़ब हो जाएगा, ना गुनगुना दुखड़ा दिल का, वरना ग़ज़ल हो जाएगा। दिल का गुबार #motivational #poetry #nojotohindi #nojotoshimla