धन अर्जित करने की कोई सीमा नहीं होती। और फर्ज, धर्म, दोस्ती और प्यार को नज़रअंदाज़ कर अर्जित किए गए धन का कोई महत्व नहीं होता। अतः असीमित चीजों को पाने की ख्वाइश तब होनी चाहिए जब सीमित चीजों को पा कर संतुष्टि मिल जाए। ©Sanjeev Kumar #Hundredthquote #FutureGuidanceInfo