तेरी याद मे खोए रहते हैं, चाँद की तरह । चाँद खोया रहता है, मेरी जान की तरह। बैठे हैं तेरे दर पे, दरबान की तरह । रहते हैं तेरे दिल मे , महमान की तरह । आँख़ें बरसती रहती हैं ,आसमान की तरह। ढूँढता है यह दिल तुम्हें ,ग़ुलफाम की तरह । जी रहे हैं ज़िन्दगी को , महमान की तरह । रक़ीब पड़ा है पीछे, इक शैतान की तरह । मोहब्बत सिसक रही है , बेज़बान की तरह । ग़ुम हो जाएँगे एक दिन , बियाबान की तरह। "फिराक़",जीना चाहता था , इन्सान की तरह । तुमने बना दिया उसे , हैवान की तरह । OPEN FOR COLLAB✨ #तेरीयादमें • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.