देखो देखो नफरतों में बहता हुआ रक्त का मंजर ... आज उसने भी अपने धर्म को मरने नहीं दिया..! मै उनको कहता हूं - जो तलवार की तीखी धार पर अपने परिवार और समाज की बली देने में संकोच नहीं किए वो जिन्होने, वृद्ध और हीन विचारों की लाठी ने आज एक और दर्दनाक दास्तां को कूरेद दिया ! आज फिर भाषा से व्यक्त होती हुई हमारे विचारो का शास्त्र ! राजनीति की रणनीति बनाता हुआ, क्रान्ति की ज्वाला में लहूलुहान हुआ । विजय शर्मा✍️ #Wish #ST #sto #T #d #de #Nojoto #story #my #poem # Life Experience