मिट्टी-मिट्टी मेरा दिल मिट्टी-मिट्टी काया है। (पूरी कविता अनुशीर्षक में।) "मिट्टी-मिट्टी काया है" देख गगन का चहल-पहल, मन मेरा आज भरमाया है। मिट्टी-मिट्टी मेरा दिल, मिट्टी-मिट्टी काया है।। जब पका नहीं अंगारों में,