फूल टूट जाते है यहां काटो की बारी नही आती,, वो ही लोग हार जाते है जिन्हें दुनियादारी नही आती,, महोब्बत का खेल हो या फिर जिंदगी का खेल हो,, सियासत कर नही सकते जिनको मककरी नही आती!! वो ही तो लोग यहां सच का जिम्मा उठाये हुए है,, जिन लोगो को इस मैदान में ईमानदारी नही आती!! सभी से अदब से ओर लहजे में बात की हमने,, फिर अब इससे ज्यादा हमे फनकारी नही आती!! ना जलता कोई शहर ना होती कोई सरहदे यहां,, गर उड़ के कही से महजब की चिंगारी नही आती!! वो लोग भी तमाशा समझने लगे है हमे अब यहां,, जिन लोगो को महोब्बत में कलमकारी नही आती!! ये इंसान ही तो है सबसे बड़ा रोग इस दुनिया मे,, वरना इस जहां में तो कोई बीमारी भी नही आती!! आपनो ने ही सिखाई है दुनिया की रीत हमे लेकिन,, अब हमें आपनो से ही विपिन अय्यारी नही आती!! जब से गले लगाया है उसने भरी महफिल में हमे,, हमारे लिबास में से अब खुशबू हमारी नही आती!! Zikr ek@√ #COVID