कही तुम मिल गए तो क्या करूँगा । कभी सोचा नही वैसा करूँगा ।। कहोगी चले जाओ यहाँ से । मैं फिर बाद में सोचा करूँगा ।। क्या तुमने सच में जाने को कहा था । तुम जैसा कहोगी वैसा करूँगा ।। अगर ये झूठ है मेरी जान तो फिर मैं रुक जाया करूँगा ।। अमित शुक्ला #कवी_अमित_शुक्ला