दूसरो की नज़रो मे यू तो हम अमीर होया करते थे ! हमे अपनी औकात का तब पता चला !! जब यार ने कहा फिजूल उड़ाने को अब उसके पास यारी-ऐ-दौलत नही !! आकिब जावेद $...UǸÏƴAし ..