हमेशा देर कर देता हूँ मैं मदद करनी हो उसकी यार का धाढ़स बंधाना हो बहुत देरीना[1] रास्तों पर किसी से मिलने जाना हो हमेशा देर कर देता हूँ मैं बदलते मौसमों की सैर में दिल को लगाना हो किसी को याद रखना हो किसी को भूल जाना हो हमेशा देर कर देता हूँ मैं Muneer niazi