कल्पना से परे जब बहुत कुछ मिलता है। सोचा ना जो वो ,वक़्त बदलता है। शुन्य पर होकर सवार हर कदम पहला सा लगता है। हर कदम पहला सा लगता है। 🙏🏻🙏🏻✍🏻✍🏻é ©saloni toke alfazon ki khumari #दीपक