"कोई हाथ भी न मिलाएगा, जो गले मिलोगे तपाक से. ये नए मिज़ाज का शहर है, ज़रा फ़ासले से मिला करो.." -संतोष कुमार @ज़िन्दगी गुलजार हैं ! #bashir badra