तुम अपनी जगह सही थे , मैं अपनी जगह सही था गलत तुम भी नहीं थे , गलत मैं भी नहीं था । मैने ख़्वाब देखे थे , तुमने हकीकत शायद तुम सही कहते थे , मैं होश में नहीं था । एक कोने में दिल के , तुम्हें महफूज़ रखा है तुमने झूठ कहा था ना, मैं वहां नहीं था । तेरी ख़ुशी में था मैं, हर गम में साथ था तू बता! जहां चाहा तूने मैं कहां नहीं था । तुम मेरे को फकत , कितना गलत था मैं मेरी रग रग में तुम हो , मैं कहीं नहीं था । कोई गलती नहीं की तुमने छोड़कर उसको , पागल था 'वज़ीर', तेरे लिए सही नहीं था ।। #वज़ीर #wazeer