ये केसी बहस है और कैसा है ये नज़ारा बस एक शहर बड़ा खुशमिज़ाजी का बाकी गांव कस्बे सब नाकाबिले गुजारा ? आओ देखो रहो सुकून है यहाँ सारा ये गांव ही सही चाहे यहां मिलता कुछ नहीं (प्रदूषित हवा) पर मिलता है हर कोई हमारा ! शहर में तलाशो तो हर दरवाजा अनजान हर खिड़की तमाशबीन सांप पलते हर आस्तीन छोड़ो बजाना शहर की बीन सुनो गांव की बाते तीन यहाँ नीव नही जड़ें होती है पीढ़िया एक दूजे संग खड़ी होती हैं रिश्ते निभाने की आदत पड़ी होती है यहाँ नाक से बड़ी पगड़ी होती है कीमत जिसकी तगड़ी होती है । (लेखक - शहर का प्यादा नहीं गांव का शाहजादा) #meragaon #ravikirtikikalamse #ravikirti #poerty #vyang #swachhbharat