"कपट न सीखूँ कोई मैं.. बस सरल स्वभावी बन जाऊँ.. जो मन में हो-वो जुबां पे हो.. जो जुबां पे हो-मैं कर पाऊँ।" (Day 3-दसलक्षण महापर्व "उत्तम आर्जव") ©मनमर्जियां #Jain #jainypoetry #जैन #आस्था #धर्म #jain_writes