गर इश्क़ हमसे हुआ तो नियाज़ भी आपकी थी। गर इश्क ज़िंदा रहा अब तक तो रियाज भी आपकी थी। फ़िर इतनी खफा क्यों हैं आज, ये इश्क कल भी आपकी थी और आज भी आपकी थी। #इश्क_जुदा #इश्क_तेरा #इश्क_के_दरम्यान #हसरतें_इश्क #भरोसा