गम - ए - हिज़्र की मुझको कोई दवा दे दे , हरे इस घाव पे मलहम लगाना बाकी है। फिर एक बार इश्क करना बाकी है, फिर एक बार और मरना बाकी है ।। #yqbaba #love #secondlove #pain #gham_e_hijr