भारत माँ के भीष्म पुत्र शत- शत नमन आपको। आँखों की अविरल धारा ने हर पल खोजा है आपको।। शांति दूत बनकर भारत में राम राज्य आव्हान किया। भारत माँ के आंगन को खुशियों से आबाद किया ।। श्रध्देय आपको शत शत नमन हरा जन जन के संताप को । भारत माँ के भीष्म पुत्र शत शत नमन आपको ।। सानिध्य आपका पाकर बी०जे०पी० हमारी धन्य हुई। जनता ने राहत पाई जब सत्ता आपकी आसंन्न हुई।। बाधाएं कभी भटका न सकी निज मार्ग से आपको। भारत माँ के भीष्म पुत्र शत शत नमन आपको।। जन्म जहाँ पर पाया है वह भूमि भी इतराई है। प्रतिभाए मोहताज नहीं किसी की यह सीख आप से पाई है। आप स्वयं ही गुणों के सूरज हैं क्या दीप दिखाये आपको। भारत माँ के भीष्म पुत्र शत शत नमन आपको।। मौत से ठानी किया पराजित इच्छा मृत्यु पाई है। झुके न तरंगा पावन पर्व पर मौत को आँख दिखाई है।। आने को कह गये हो वापस क्या वादा याद है आपको। राह तकेंगे हम आपकी कब आओगे कुछ तो बोलो। भारत माँ की गोदी में बालक बनकर फिर से डोलो।। आप स्वस्थ रहे मस्त रहे दुःख कोई न घेरे आपको। भारत माँ के भीष्म पुत्र शत शत नमन आपको। आप अटल थे , अटल है, अटल ही रहेंगे। हर मानस पटल पर अमर ही रहेंगे।। भावभीनी अश्रुपूरित अलविदाई आपको । भारत माँ के भीष्म पुत्र शत शत नमन आपको।। # respect # atal ji