सूरज डूबने में अभी भी समय था लेकिन चुनावी नतीजों से कई चेहरे डूब चुके थे वह कई चेहरे खुशी के मारे उछल रहे थे एक कोने में खुली चाय की दुकान के चारों कोने उन युवाओं नेताओं से बढ़ते जा रहे थे जो इस साल युवा और चुनावी में नेता बने रहे थे सरकार लगभग बिगड़ गई थी पर शुरू जिंदाबाद सोरुट रहा था बैनर पोस्टर से लेकर देश और अलवर गुलाल तक उनकी तरह महसूस की जा रही थी हार जीत की गुणवत्ता के बीच एक पान वाला यूट्यूब को इंटरव्यू दे रहा था और बड़े ही बेशर्म ध्यान में बता रहा था कि फलाना विधायक 1 साल भी बार उसकी दुकान पर पान खाने नहीं आए उनके हारने का सबसे बड़ा कारण है ये भी पाया और चाय की दुकान की तरफ रुख किया जहां कुछ युवा नेता अपने नेताओं को हराने के बाद चाय के साथ जाने की कोशिश कर रहे थे ©Ek villain #चुनावी हार की जमीनी पड़ताल #Holi