जिसको ख़ुद होती नहीं अकल वही देता है दूसरों के मामले में दख़ल वही निकालता है दूसरों में खामियां ख़ुद की जिसकी कीचड़ में होती है शक़्ल। सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा "नमस्कार" 🎀 आप सभी से मेरा निवेदन है शीर्षक का आपकी रचना में होना अनिवार्य है , 🎀