वादे दो आखर के लिखे ये शब्द, बहुत कुछ कर जाते है. कोई दिलो जान से निभाते हैं तो कोई मुकर जाते हैं.. वादे हैं नाम इस शब्द का जो अनमोल एक रतन है. करके निभाने की लोगों को करनी चाहिए जतन है.. वादे तो हमसे भी किये थे किसीने प्यार निभाने की. संग संग जीने की और बिछड़ने पे संग ही मर जाने की.. भूल गए सारे वादे शायद रिश्तों के इस उलझन में. मैं भी तो चुप बैठा था वादे के इस पलछिन में.. #वादे #Waadey..