उसके बारे में क्या लिखू जो भी लिखू कम होगा चांद भी उसके सामने फीका कोरा कागज़ होगा दौड़ता है वो नस नस में दिल मे कही बसा होगा जिस्म मेरा है मगर इसमें रूह बनके वो रहता होगा उसके बारे में क्या लिखू रोम रोम महकता है मेरा सांसो में खुशबू बनके बसा होगा दिल में धड़कनो की तरह रहता होगा उसके बारे मे क्या लिखू आंखों में मेरी नूर बनके रहता होगा उसके बारे में क्या लिखू जो भी लिखू......... #जो भी लिखू