#OpenPoetry मर्द को दर्द होता है (कृप्या अनुशीर्षक में पढ़ें) अकसर आप, मैं और हम सभी स्त्रीत्व और स्त्रियों के अस्तित्व पर चर्चा करते हैं या उनके विषय पर लेख या कथा , कहानी पढ़ते और लिखते हैं। लेकिन क्यों एक स्त्री पर ही लेख लिखा जाता है। समानता का व्यवहार चाहिए तो पुरुषों को भी समानता मिलनी चाहिए। जब हम पुरुष वर्ग पर चर्चा करते हैं तो एक मजबूत इंसान की छवि हमारे समक्ष प्रस्तुत होती है। ऐंसा क्यों है कि पुरुष हमेशा मजबूत बनें? क्यों उनको भावुक होने का या रोने का अधिकार नहीं है? भावनाऐं और संवेदनाएं दोनों ही तरफ समान होती हैं। भावनाओं में स्त्री-पुरुष का अं