Videh Agnihotri एक कटु सत्य ये भी है कि.. जो हमसे ऊपर की पाढी है भ्रष्टाचार की जड़ वही लोग हैं.... वे ही लोग मूल जड़ हैं समूल खेतों में उगते भविष्य के बीज को ही दूषित करने के.. हमारे भीतर जो धरा है उसकी आकृती ही धूल-धूसित हो चुकी है तो विकृती तो आएगी ही अंतस की आकृती ही विकृती में बदल चुकी है पर एकाएक सत्य ये भी है कि अंदर का प्रतिबिम्ब भले ही कितना धूमिल हो चुका हो चेतना सदैव चमकती है , केंद्र उसे बनाइये : विदेह अग्निहोत्री ©Videh Agnihotri भ्रष्टाचार की क्या जड़ ? | Root cause of corruption.. #Quote #Life #videhagnihotri #सच #MereKhayaal