नमन मित्रो मेरे ख्वाबो खयालो में आने वाले गर हकीकत में तेरा दीदार हो जाये।। माँगता था जो जिंदगी से अब तलक सायद जिंदगी से हमे प्यार हो जाये।। कब तलक मैं जीता रहूँगा इन वीरानियों में जिंदगी जीने के कुछ मायने समझ जाये।। समझ आएगा कि सपने भी हकीकत होते है कभी जब समंदर हो सामने और प्यास बुझ जाये।। जीने के कुछ पल हो मेरे साथ रहबर पल वो सदियो दर सदियो में बदल जाये ..कि तेरा दीदार हो जाये।। मुकेश चौधरी २८/०८/२०१६ #