पिता! भरोसेमंद तू भरोसेमंद तेरा ख़याल तू है लाज़िमी ज़िन्दगी के लिए तुझसे है ढेर सारा इत्मीनान मुझे तेरी तरह थोड़ा और इंसान बनना है # पिता! तू सब्र का सबक़ है