सजदे में झुका तेरे, जाना कि ख़ुदा क्या है बिल्कुल तेरे जैसा है, आइने में रहता है वो इश्क़ की है खुश़्बू, उसमें अना नहीं है छू कर के जब भी देखा, बिल्कुल घना नहीं है वक़त की लहर है, साँस में बहता है बिल्कुल तेरे जैसा है, आइने में रहता है ना निज़ाम है ना साहिर ना कोई है किताब पानी से लिखा मिसरा ना है कोई रुआब फिरता है इत्र सा, फ़कीर है कहता है बिल्कुल तेरे जैसा है, आइने में रहता है दस्तूर से अलग है, बांधे ना कोई रीत अज़ान से लिखा है, मीरा को कोइ गीत गुलज़ार करे खुशियाँ, दर्द ये सहता है बिल्कुल तेरे जैसा है, आइने में रहता है सजदे में झुका तेरे, जाना कि ख़ुदा क्या है बिल्कुल तेरे जैसा है, आइने में रहता है #main_kaun_tu_khamakhan #मै_कौन_तू_खाँमखाँ #वो_जो_आइने_में_रहता_है #kavishala #hindinama #tassavuf