Nojoto: Largest Storytelling Platform

उसे अबके वफाओं से गुजर जाने की जल्दी थी, मगर इस बा

उसे अबके वफाओं से गुजर जाने की जल्दी थी,
मगर इस बार मुझको अपने घर जाने की जल्दी थी।

इरादा था कि मैं कुछ देर तूफाँ का मजा लेता,
मगर बेचारे दरिया को उतर जाने की जल्दी थी।

मैं अपनी मुट्ठियों में कैद कर लेता ज़मीनों को,
मगर मेरे कबीले को बिखर जाने की जल्दी थी।

मैं आखिर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता,
यहाँ हर एक मौसम को गुजर जाने की जल्दी थी।

 वो शाखों से जुदा होते हुए पत्तों पे हँसते थे,
बड़े जिंदा नज़र थे जिनको मर जाने की जल्दी थी।

मैं साबित किस तरह करता कि हर आईना झूठा है,
कई कमजर्फ चेहरों को उतर जाने की जल्दी थी।

©Rahul Bhardwaj
  #अलविदा_नोजोटो_परिवार
#Break_Time 

#नोजोटो #नोजोटोहिंदी #नोजोटोराइटर्स 
#नोजोटोशायरी #नोजोटोकविता #नोजोटोसाहित्य #Nojoto_2023
 
@Everyone Flame Boi DIL SE..... SHIVANI Ruh sana naaz gaTTubaba  Ranjit Kumar gungun gusain Rajendra Prasad Dohare Rashi Miss khan  Kavya Dil E Nadan Shilpi Singh Keshav pratap Kannaujia अभिलाष द्विवेदी (अकेला)  Banarasi.. Anupriya भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन Urvashi Kapoor Gumnaam Writes  cute muskan singh Mamta राधा Lalit Saxena Praveen Jain "पल्लव"  Pankaj ꧁MoHiTrockf4