"अर्बन नक्सल एडवेंचरिज्म" विष्णु महाराज ने तो अपने हाथ खड़े कर दिए। कहने लगे-"सृष्टि का सॉफ्टवेयर ऐसा ही है, परमपिता ने बहुत सोच समझ कर बनाया है उसमें कोई दखल नहीं दे सकता!" 'परमपिता ने बनाई है जभी तो गड़बड़ है। एक से खर्राटे लेते हैं, एक को माइग्रेन है, एक कि डायरेक्शन ख़राब है, और एक से धूनी रमा लेते हैं'। विष्णु महाराज हँस पड़े। वे हँसी ठिठोली तो खूब करते लेकिन अपनी बातों से टस से मस नहीं होते थे। इसलिये अपनी बात पर अड़े रहे। लेकिन देवी लक्ष्मी का दिल मानकर ही नहीं देता था। पहले तो उन्होंने सोचा कि क्या पता दुनिया भर के राष