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तेरे होंठों के तबस्सुम का तलबगार हूँ मैं अपने ग़म

तेरे होंठों के तबस्सुम का तलबगार हूँ मैं 
अपने ग़म बेच दे रद्दी का ख़रीदार हूँ मैं, 

मेरी हालत पे तकब्बुर नहीं अफ़्सोस भी कर 
तेरा आशिक़ नहीं जानाँ तेरा बीमार हूँ मैं,

 हँसते हँसते मेरी आँखों में नमी आ गई है 
तू ने देखा नहीं किस दर्जा अदाकार हूँ मैं..

#आशू Pallavi Kumari Ekta Kumari Rekha Rani Monika Seema Das
तेरे होंठों के तबस्सुम का तलबगार हूँ मैं 
अपने ग़म बेच दे रद्दी का ख़रीदार हूँ मैं, 

मेरी हालत पे तकब्बुर नहीं अफ़्सोस भी कर 
तेरा आशिक़ नहीं जानाँ तेरा बीमार हूँ मैं,

 हँसते हँसते मेरी आँखों में नमी आ गई है 
तू ने देखा नहीं किस दर्जा अदाकार हूँ मैं..

#आशू Pallavi Kumari Ekta Kumari Rekha Rani Monika Seema Das