मदिरालय जाने को घर से चलता है पीनेवला, 'किस पथ से जाऊँ?' असमंजस में है वह भोलाभाला, अलग-अलग पथ बतलाते सब ,पर मैं यह बतलाता हूँ 'राह पकड़ तू एक चला चल, पा जाएगा मधुशाला।'। ~H.RAI BACHACHAN. . ©Saurabh Anand #madushala#maikhana#harivanchraibavhachan