उनके मुस्कराने की अदा कातिलाना होती है जब पलकों में मेरे वो झांकती है उनकी आंखों की हया भी रश्म ए बयाना होती है जब लबों से न होकर आंखों से ही उसके दिल की हकीक़त बयां होती है। #कुछपलदिलकेपास #कुछअनछुएपहलू #अनिल_कुमार