एक साधारण लड़का🧑🏻🦰 जिसका नाम सुकेश अलकरी है, जमीन के 📒कागजों में उलझा है आज, क्यों की नौकरी उसकी सरकारी है, यूं तो अपनी 📞बातें रोज नहीं हुआ करती, मगर जब भी होती है,बेहिसाब होती है, हमारा 📱कॉल कट ना हो,वक़्त⏰ भी ये साजिश करता है, क्यों की वह भी ये जनता है, बातें हमारी लाजवाब😎 होती है, तेरे सिखाए हुए शब्दों को 📄पन्नों पर छाप रहा हूं, तो कागज भी 😍खुशिसे ये पूछ रहे है, सुनहरे शब्दों की 🖊️लिखावट से हमारी शोभा बड़ा कौन रहा है, इतने अच्छे 📝शब्दों की रचना आपको सीखा कौन रहा है। कुछ अंत की लाइन मेरे पास है बाहोट छोटी है, मगर खास है किनारे🌊 से समंदर जितना तू मेरे पास है, जीवन में अब ना कोई प्यास है, तू मेरे लिए ❤️प्यार का वो अक्षर ढाई है, मेरे यार😎 मेरे जिगर🥰 ,मेरे दोस्त सुकेश 😎😍 एक तू ही सच्चा भाई👬🏻 है ©Rakesh sharma frnd bday #simplicity