मैं मजदूर हूं मैं इस देश का निर्माता कहा जाता हूं मैं देश को अनाज उगाकर खिलाता हूं मैं खुद तो झोपड़ियों में रहता हूं मग़र हर किसी के महल मैं ही बनाता हूं हां मैं मजदूर हूं