ना मौसम की खता थी, ना तन्हाइयों का कसूर था, तेरे कदरदान थे हम, बस ये मेरा फितूर था, इश्क़ पे इतना गुरुर था, तेरा हर सितम कुबूल था, तेरे दीदार के लिए तो, अश्कों में फना होना भी मंजूर था, तेरे लिए गिटार बजाते थे, पर वो सब बेफिजूल था -Manku Allahabadi Guitar #Guitar #FitooR #LoveIsBlind