गुजरता था तेरी गली से तेरे साथ, आज तेरे जाने के बाद भी मै अपना रास्ता मै वो गली नही बदलूंगा, पता है तु जिद्दी है आयेगी नही, पर जो उमीद् है दिल मे, मैं वो उमीद् नही बदलूंगा, जिंदगी के किसी मोड पर तो तेरी नाराज़गी खत्म होगी, कभी तो तेरा मन करेगा मुझसे बात करने का, यही सोचकर मैं अपना नंबर नही बदलूंगा। चाहत- तकरार, इज़हार- इनकार ये अपनी मोहब्बत के दौरान के किस्से रहे, जाने कितने ही हसीन लम्हात अपनी मोहब्बत के दौरान के हिस्से रहे, सुकून जो मिला तेरी मोहब्बत मे ना तेरे दिए दर्द को मैं भूलुंगा, तु बदल जाए बेशक़ पर मैं जैसा था वैसा रहूँगा, मैं नहीं बदलूंगा, आज शायद नही कभी तो आएगी तुझे मेरी याद, कभी तो तेरा मन करेगा मुझसे बात करने का, यही सोचकर मैं अपना नंबर नही बदलूंगा। #nojotoquotes#nojotowriteups#loveforwriting#passion#kahaani#poem@joy