तेरे ५५ से मुझे याद आ गई तेरे बचपन की छोटी सी गुड़िया आईं घरे हमारे नाम रेखा हेपी सब की थी वो राजदुलारी गुड़िया चहेकती चिड़िया हैपी से नीपा हुई हीतेश से की वफ़ा बन गई हमसफर हेपी को मुबारक ५५ का बचपन कल्पना के संग ©Kalpana shah To my younger sister on her 55th Birthday