गणतंत्र दिवस ************************ नित नित स्मृतियों में स्मरण है,शहादत उन जाबाज वीरों की, लुटा दिया सर्वस्व निज तन मन,ये कहानी है उन शूरवीरों की, ये आजादी न कोई आसान नजराना है,मुश्किल हुआ पाना है, चढ़ गये वो लाल फांसी के झूले पर,कहीं भगत,कहीं लाला है, गौरवान्वित पुण्य धरती हुई,शेर-ए-आजम सम पुत्र प्राप्ति हुई, कर दिन रात एक 26 जनवरी को भारत संविधान की प्राप्ति हुई, गाओ मंगलगान करो पुष्प-बारिश गणतंत्र दिवस की घोषणा हुई, सर्वव्यापक संविधान हमारा पाया जब विश्व स्तर पर अन्वेषणा हुई, गणतंत्र के तीन रंगों में रंग गई,अब मेरी धरती माँ भी स्वतंत्र हो गई, नित शीश झुकाये जिन बलिदान से एक राष्ट्र की कहानी लिख गई, शान से अब लहरायेगा तिरंगा तीन रंगों का प्यारा प्यारा मतवाला, शान्ति,बंधुत्व,भाईचारे,का संदेश फैलाएगा नन्हा सिपाही रखवाला। ✍️निशा कमवाल आप जैसी चाहे वैसी शैली में रचना लिख सकते है, भाषा हिंदी पर अपमानित शब्दों का प्रयोग ना करे। मर्यादा का ख्याल रखें। कृपया hashtag ना हटायें नहीं तो हम आपकी रचना पढ़ नहीं पायेगें। और collab प्रतियोगिता से आप बाहर हो जायेगें साथ wallpaper में बदलाव ना करे। #sunshineBR #sunshinehindi3 #sunshinehindi ऐसी ही प्रतियोगिताओं के लिये हमें फोल्लोव करे। सभी को high light करेंगे।