कुछ हाथों से छुट गया मैं, कुछ हाथों ने छोड़ दिया, जरुरत थी जब अपनों की, अपनों ने नाता तोड़ दिया, हुआ भीड़ में तन्हा मैं तब, नाता मौत से जोड़ लिया, सपनों से भरा घडा था मेरा, खुद अपने हाथों फोड़ लिया ।। कुछ हाथों से छुट गया मैं, कुछ हाथों ने छोड़ दिया, जरुरत थी जब अपनों की, अपनों ने नाता तोड़ दिया, हुआ भीड़ में तन्हा मैं तब, नाता मौत से जोड़ लिया, सपनों से भरा घडा था मेरा, खुद अपने हाथों फोड़ लिया ।। #nagvendrasharma #susantsinghrajput #ripsushantsinghrajput #smileface #silent_words #noonewithme #yqhindi #sucide