जो नाप दे मेरे इश्क की गहराई को, ऐसा कोई पैमाना नहीं रख दी मैंने नींव मोहब्बत की, बनाने को बड़ा आशियाना, हो अगले ही पल क्या हश्र, उसका जरा भी ठिकाना नहीं, जो नाप दे मेरे, इश्क़ की गहराई को, ऐसा पैमाना नहीं तू मीठी सी बहती नदी, मैं समुन्दर सा खारा हूं, तेरे साथ खड़ा हर कोई, जिसकी ना कोई खबर, मैं वो बेचारा हूं, तेरे मेरे साथ को जो कुबूल करे, ये वो जमाना नहीं, जो नाप दे मेरे इश्क़ की गहराई को, ऐसा कोई पैमाना नहीं #ऐसा #कोई #पैमाना #नहीं #ShivEye