Mind and Heart मत पूछ की धागा टूट जाये तो क्या करूँ किसी को रोकूँ और छूट जाए तो क्या करूँ नज़र को है ऐतराज़ की तुम कहीं दूर जाओ फिर भी तुम समझ ना पाओ तो क्या करूँ ZindaGi-e-SaGar #kyakrun#poetry मत पूछ की #धागा टूट जाये तो क्या #करूँ किसी को #रोकूँ और छूट जाए तो क्या #करूँ नज़र को है #ऐतराज़ की तुम कहीं #दूर जाओ फिर भी तुम #समझ ना पाओ तो क्या #करूँ ZindaGi-e-SaGar www.zindagiesagar.com