इज्जत करो माँ की बहनों की पत्नी की बहू की.. इज्ज़त करोगे तो तुम्हारे आनेवाली पीढ़ी को भी इज्ज़त मिलेगी... इस धरा पर सब कुछ लौटकर आता है... ©Rishi Ranjan poetry on love metaphysical poetry poetry love poetry for her hindi poetry