#OpenPoetry पहले सोम को चंद्रयान, दूजे को तीन तलाक, 370 तीजे सोम को अब सोच रहा है पाक, कि हमरा यू तो निकला बाप ,कि बोलो हर हर भोले अमरकन्ट से निकल रहे ,कैसे कैसे सांप कि बोलो बम बम भोले , अब उनके लिय क्या बोले, जो कानो मै शर्बत घोले डाले,आँखो मै पट्टी बाँध के चिल्लाते दिन और रात, ना मानते जुमले बाज कि बात भारत बदल रहा है और कुछ ऐसे भी है प्राणी, जिनको है बहुत हैरानी, हाय कैसे कैसे फैसला कर रही है मोदी की कायनात, कि बोलो बम बम भोले मोदी