दिन संवर जाएंगे तुम मिलो तो सही ज़ख़्म भर जाएंगे तुम मिलो तो सही रास्ते में खड़े दो अधूरे से हम एक घर जाएंगे तुम मिलो तो सही! #openpoetrywriting#dil_ke_alfaz