अपनी रूह मान चुके थे जिन्हें हम कभी, वो तो फक़त जिस्म के ताबेदार ही निकले। भगवान् ही समझ लिया जिन्हें हमने, इन्सान की शख़्सियत के भी काबिल न निकले। ज़िन्दगी समझ लिया था जिन्हें हमने, हमारी ही मौत का सामान बन साथ ही चल निकले। खुद को बड़ा तीस मार खाँ समझा था हमने, लेकिन हम तो दुनियादारी में भी शामिल न निकले। #फक़त #ताबेदार #शख़्सियत #तीसमारखाँ #yqdidi #yqhindi #yqquotes #bestyqhindiquotes