#OpenPoetry तुम अपने आपको देशभक्त बताते हो आज खरीदकर झंडा कल जमीं पर गिराते हो यूँ सिर्फ तारीखों पे ही क्यों देशभक्ति दिखाते हो उठा लेगा आकर ज़मीं पे ये गिरा तिरंगा कोई ऐसा ही सोचकर तुम सब क्यों आगे बढ़ जाते हो अरे ना जाने वहां कितने शहीद होते हैं इस तिरंगे को ज़मीं में ना गिरने देने की खातिर और ना जाने कितने शहीद हो जाते हैं इस तिरंगे में लिपटने की खातिर और तुम यहाँ ज़मीन पर गिरा तिरंगा भी उठाने में शर्माते हो...!!! तुम सब अपने तिरंगे को अपना स्वाभिमान बताते हो फिर क्यों अपने ही स्वाभिमान को अपने ही पैरों तले कुचल जाते हो । अब तनिक स्वाभिमान बचा हो खुद में तो तुम सब ऐसा करना अगर तिरंगा पड़ा हो ज़मीं पर उठा हृदय सर पर रखना ।। #OpenPoetry #मेरी_कलम_से✍️ #MayanK #mayanknojotopoetry #nojotolucknow #15august #nojotohindi #poetry #india निखिल सैन "संगम" Satyaprem Mukesh Poonia Internet Jockey Kavi Sandeep Dwivedi