खेतो में खड़ी फसल नहीं, आँगन का मीठा आम होना चाहती हूँ दोस्तों के लिए दिलदार, दुश्मन के लिए तलवार होना चाहती हूँ डरी सहमी लड़की नहीं, हिम्मत का दूसरा नाम होना चाहती हूँ किसी आशिक की गजल नहीं, देशभक्ति का गान होना चाहती हूँ रांझे की हीर नहीं,माँ का स्वाभिमान होना चाहती हूँ किसी के प्यार में बदनाम नहीं, अपने पापा का सम्मान होना चाहती हूँ #honachahtihun