पापा आप मेरी ज़िन्दगी का उजाला हो, और वो मेरी रातों का सुकून.... माँ तुम मेरी ज़िन्दगी हो, और वो मेरे जीने की वजह.... भाई तुम मेरी इज्जत हो, और वो मेरा अभिमान.. आप सब ने छोड़ा मुझे, समाज को सोचकर.. समाज को क्या मिला, मेरी खुशियों को नोचकर.. क्यूँ नहीं मिटा देते तुम, ये जाति-धर्म के फासले.. क्यूँ नहीं भुला देते तुम, ऊंच-नीच के भाव को.. कभी सोचना मेरे दर्द को लगता है ऐसा जैसे फूल हो पर महकता ना हो दिल हो पर धड़कता ना हो ये जाति-धर्म के फासले क्यूँ बनाये तूने प्रेम विवाह को अपराध क्यूँ बताया तूने मेरा स्वयं का भी मानना यही है कि यूँ घर छोड़ भाग जाना बेहद गलत है ऐसा कभी नहीं करना चाहिए... इस लेखन का उद्देश्य किसी की भावनाओ को ठेस पहुंचाना नहीं है, यह महज मेरे कुछ विचार है जिन्हे मै ने शब्दों के माध्यम से प्रस्तुत किया है फिर भी यदि किसी को ठेस पहुंची है तो मैं उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं.. #yqlife #uljhne #girlstory #societyissues #shalinisahu #mythoughts#frommydairy