माना इन्कार लाज़मी था उसका मगर मुझे आज़ खल रहा है जिसने कभी करवटें ना बदली थी वो नीद में चल रहा है साहब भूल कर भी इश्क़ ना करना किसी महबूबा से भी कभी धुंआ नहीं देखा था जिसने वो आज आग में जल रहा है। ✍️ Bhuvnesh Chakrawal.....💕💕 #inkaar #izahaar #ijahaar #brokenheart #fire #love #sad #ishaq