ये खोखली ज़िन्दगी जी कर, खुश हम भी नहीं, तुमसे नाता तोड़ कर, खुश तो तुम भी नहीं, अपना ज़मीर मार कर, खुश हम भी नहीं, तुम्हें इतना कपटी बनते देख कर, खुश तो तुम भी नहीं, ऐसी राह पर चल कर जहां मंज़िल तो है, पर तुम्हारे अपने नहीं, फिर कैसी ज़िद्द है ये तुम्हारी, कैसी सोच है ये तुम्हारी, जिसमें तुम रोज़ ख़ुद को मार रहे हो, सब कुछ पा कर भी ख़ुद को इस भरी महफिल में अकेला पा रहे हो।।।। सम्बन्धों में फ़ैसला तो एक तरफ़ा हो सकता है लेकिन फ़ैसले का प्रभाव एक तरफ़ा नहीं होता। #तुमभीनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #khokhli #akela