जिसने किया है तुम्हारा ये हश्र, कौन था हर किसी को ये जानना है वो शख़्स कौन था कौन भर गया ये ज़ख्म,नफ़्स नफ़्स में तुम्हारे इन ग़ज़लों से मिलता है जिसका अक्स,शख्स कौन था ! ©क्षत्रियंकेश कौन था!